उद्धव ठाकरे ने कहा, केन्द्र सरकार पर महाराष्ट्र का 26000 करोड़ बकाया

ठाकरे ने कहा कि केंद्र सभी राज्यों से एक जैसा बर्ताव करे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आर्थिक दिक्कतों से लोगों को निजात दिलाने की कोशिश कर रही है।

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ADITYA MISHRA:

देशभर में जहां महंगाई लोगों को परेशान कर रही है, पेट्रोल डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं, वहीं सरकारें एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पेट्रोल डीजल की कीमतों पर केंद्र सरकार के दावों बारे में खुलकर बोला है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के बयान पर पलटवार किया है। उद्धव ठाकरे ने कहा है कि महाराष्ट्र का अभी भी केंद्र पर 26,500 करोड़ रुपए बकाया है।

उद्धव ठाकरे ने कहा “मैं किसी की आलोचना नहीं कर रहा हूं लेकिन महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल और झारखंड से पेट्रोल-डीजल पर वैट करने कम करने का अनुरोध कर रहा हूं ताकि इनकी कीमतें कम हो सकें।”

महाराष्ट्र चीफ मिनिस्टर ऑफिस ने कहा है कि, मुंबई में एक लिटर डीजल पेट्रोल की बिक्री पर केंद्र को टैक्स के तौर पर 24.38 रुपए मिलते हैं और राज्य को 22.37 रुपए। एक लीटर पेट्रोल की बिक्री पर 31.58 रुपए का सेंटर एक्साइज ड्यूटी है। राज्य के हिस्से 32.55 रुपए आता है। इसलिए ये कहना सही नहीं है कि पेट्रोल-डीजल की क़ीमतें राज्यों की वजह से बढ़ रही हैं।

उद्धव ठाकरे ने कहा, “महाराष्ट्र को सेंट्रल टैक्स का 5.5 परसेंट मिलता है। जबकि प्रत्यक्ष कर (Direct Tax) में उसका योगदान 38.3 फ़ीसदी का है। महाराष्ट्र से पूरे देश के जीएसटी का 15 फ़ीसदी केन्द्र को जाता है। डायरेक्ट टैक्स और जीएसटी मिलाकर महाराष्ट्र देश में सबसे ज्यादा योगदान करने वाला राज्य है। हमारा केंद्र पर अभी भी 26,500 करोड़ रुपए का जीएसटी बकाया है।”

उद्धव ठाकरे का बयान प्रधानमन्त्री के उस आरोप के बाद आया है जब मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग के दौरान उन्होंने कहा था कि कुछ राज्य पेट्रोल-डीजल पर वैट नहीं घटा रहे हैं। मोदी ने कहा था, “केंद्र ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाई है। लेकिन कुछ राज्यों ने इसमें कटौती नहीं की है।”

ठाकरे ने कहा कि केंद्र सभी राज्यों से एक जैसा बर्ताव करे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आर्थिक दिक्कतों से लोगों को निजात दिलाने की कोशिश कर रही है। राज्य सरकार पहले ही नैचुरल गैस पर वैट घटा चुकी है।

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