पैट्रोल डीजल के साथ नींबू की कीमतें छू रही हैं आसमान, लोगों ने कहा जले पर नींबू
बेमौसम बरसात, और उत्पाद से अधिक मांग से बढी हैं कीमतें
Aditya Mishra:
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद ही अब नींबू के दाम लोगों के दांत खट्टे कर रही है। बिहार में पटना सहित लगभग सभी जगहों पर नींबू 300 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। वहीं राजस्थान में भी भीषण गर्मी के बीच फिलहाल नींबू की कीमतों में जबरदस्त उछाल (skyrocketed lemon price) देखी जा रही है। बीते एक महीने में नींबू कीमतों में तेजी से उछाल आया है। देश के कई शहरों में नींबू 350 से 400 रुपये किलो तक बिक रहा है। कई शहरों में नींबू की कीमत पेट्रोल-डीजल से भी तीन गुना ज्यादा तक है।
नींबू की बढ़ती कीमतों के बाद लोग सोशल मीडिया अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। बाजारों में लोग किलो के हिसाब से लेने वाले नींबू अब पीस के हिसाब से खरीद रहे हैं। दिल्ली, मुंबई, भोपाल, बनारस, जोधपुर आदि शहरों में नींबू 350 रुपये और जयपुर में 400 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।हालांकि कई शहर ऐसे भी हैं जहां 200 से 300 रुपये किलो भी नींबू मिल रहा है।
निंबू पानी, सलाद और सरबत पर निंबू का कहर
गौरतलब हो कि नींबू के दाम में खुदरा से लेकर थोक तक सभी जगह तेजी देखी गई है। जहां मार्च महीने में पटना में थोक के भाव में नींबू की कीमतें 60 रुपये प्रति किलो के आस पास थी वह अप्रैल आते-आते 250 से 300 रुपये किलो पहुंच गई है इसलिए अब खुदरा भाव में भी नींबू 10 रुपए प्रति पीस मिल रहा है। प्रदेश में लगातार बढ़ रही गर्मी के बीच नींबू लोगों के घरों से गायब होने की कगार पर आ गया है। राज्य के कई जिलों में नींबू 400 रूपये किलो तक बिक रहा है।
कई बड़े कारण हैं जिनसे बढ़ रहा है दाम
नींबू के दामों में लगातार होती बेतहाशा वृद्धि के पीछे मुख्य कारण खराब फसल को माना जा रहा है। बता दें कि इस बार बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि के चलते इस साल नींबू की फसल खराब हुई थी ऐसे में मांग और आपूर्ति (demand and supply) का हिसाब बिगड़ गया है।
बढ़ती गर्मी, त्योहार, रोजा और शादी ब्याह का मौसम होने के चलते भी नींबू की मांग काफ़ी बढ़ गई है। ऐसे में नींबू के दामों में आग लगना स्वाभाविक है
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हो रही लगातार बढ़ोतरी के कारण नींबू की ढुलाई (tranaport and export) खर्च भी बढ़ा है। निंबू के दाम बढ़ने के ये भी एक प्रमुख कारण हैं। इसके अलावा बताया जा रहा है कि सॉफ्ट ड्रिंक बनाने वाली कंपनियों के थोक में नींबू की खरीददारी करने के चलते मांग और सप्लाई की चेन टूट गई जिसके कारण अचानक से नींबू के दाम बढ़ गए।