नहीं रहीं “स्वर कोकिला” लता मंगेशकर, पीएम मोदी ने दिया भावुक श्रद्धांजलि
92 वर्ष की उम्र में विश्व विख्यात लता दीदी का निधन
रविवार की सुबह भारत की सबसे उत्कृष्ट पार्श्व गायिका लता मंगेशकर का मुंबई के मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पतल में निधन हो गया। उन्हें इसी साल जनवरी महीने की शुरुआत में कोविड संक्रमित होने के बाद भर्ती किया गया था। स्थिति में सुधार नहीं होने के बाद वह हफ़्तों से आईसीयू में थीं जहाँ रविवार सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर उन्होंने उन्होंने इस दुनिया से विदा ले लिया।
मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के डॉक्टर प्रतीत समदानी ने लता मंगेशकर के निधन की सूचना देते हुए बताया, “आज सुबह 8:12 मिनट पर लता दीदी(लता मंगेशकर) का निधन हो गया है। उनके शरीर के कई अंग खराब हो गए थे। डॉक्टर ने कहा उनका इलाज काफी दिनों से अस्पताल में चल रहा था।”
इसके बाद देश भर में शोक की लहर दौड़ गई। प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने भारतरत्न लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा “मैं अपने दुख का बयान शब्दों में नहीं कर सकता हूँ। दयालु और सबका ख़्याल रखने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं। लता दीदी की कमी की भरपाई कभी नहीं हो पाएगी। आने वाली पीढ़ियाँ उन्हें भारतीय संस्कृति की पुरोधा के तौर पर याद रखेंगी। उनकी आवाज़ में लोगों को मंत्रमुग्ध कर देने वाली अतुलनीय क्षमता थी।’’
पीएम मोदी ने दूसरे ट्वीट में लिखा है, ”लता दीदी के गाने हर तरह के भावों से लबरेज होते थे। उन्होंने कई दशकों तक भारतीय फ़िल्म में हुए बदलावों को क़रीब से देखा। फ़िल्मों से अलग, वह भारत की प्रगति को लेकर हमेशा उत्साहित रहती थीं। वह हमेशा एक मज़बूत और विकसित भारत चाहती थीं”
पीएम मोदी ने तीसरे ट्वीट में लिखा है, ”मेरे लिए ये सम्मान की बात है कि मुझे लता दीदी से अपार स्नेह मिला। उनके साथ हुई बातें मेरे लिए यादगार रहेंगी। मैं लता दीदी के जाने पर भारतीयों के दुख में शामिल हूँ। मैंने उनके परिवार वालों से बात की और श्रद्धांजलि दी. ओम शांति।’’
बता दें कि पीएम मोदी और लता मंगेशकर के आपसी संबंध काफी गहरे थे। लता दीदी को पीएम ने हवाई जहाज से यात्रा करते हुए भी जन्म की बधाई देते नही भूलते थे।
इसके बाद सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उनके निधन की पुष्टि करते हुए ट्वीट कर लिखा, ”देश की शान और संगीत जगत की शिरमोर (सिरमौर) स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन बहुत ही दुखद है। पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि. उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है. वे सभी संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थी।”