पटना। पुस्तक मेले के समारोह में एक विशेष स्टॉल स्थापित किया गया, जहां मूक-बधिर समुदाय की अलग पहचान और उनकी सांकेतिक भाषा के माध्यम से जागरूकता बढ़ाई गई।
इस पहल में भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र (ISLRTC) के साइन लिंग्विस्टिक्स प्रशिक्षक श्री सचिन सिंह और सीआरसी पटना की साइन लैंग्वेज इंटरप्रेटर सुश्री मोनिका सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने सांकेतिक भाषा के माध्यम से लोगों को मूक-बधिर समुदाय की संस्कृति, भाषा और उनके अधिकारों के प्रति संवेदनशील बनाने का प्रयास किया, जिससे समाज में समावेशिता और समझ बढ़ सके।