नशा के सेवन से बचने के लिए चलेगा विशेष अभियान।

नशा के दुष्प्रभावों तथा नशीली पदार्थों के सेवन से होने वाली बीमारियों से बचने हेतु जन–जागरूकता उत्पन्न करने के माध्यमों पर प्रकाश डाला गया।

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संवाददाता रितिक राज वर्मा                                     

पटना। जिलाधिकारी, पटना के निर्देश पर जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग द्वारा पटना समाहरणालय में नशा-मुक्ति अभियान पर 69 मास्टर वॉलंटियर्स का प्रशिक्षण–सह–जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। नशा के दुष्प्रभावों तथा नशीली पदार्थों के सेवन से होने वाली बीमारियों से बचने हेतु जन–जागरूकता उत्पन्न करने के माध्यमों पर प्रकाश डाला गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग के सहायक निदेशक प्रभाकर पटेल, सामाजिक सुरक्षा कोषांग की सहायक निदेशक स्नेहा कुमारी जिला युवा अधिकारी, पटना पामीर सिंह, सैन्य अधिकारी विकास मलिक एवं मास्टर ट्रेनर मनोज कुमार सिंह उपस्थित रहें। सभी ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया।

 

स्नेहा कुमारी ने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य युवा स्वयंसेवकों को जागरूक कर सशक्त बनाना है ताकि स्वयंसेवक प्रशिक्षित होकर अपने आस पास आमजन को जागरूक करेंगे। नशा मुक्त भारत अभियान ऐप्स डाउनलोड करें एवं जागरूकता कार्यक्रम को ऐप्स पर अपलोड करें।

प्रभाकर पटेल ने कहा कि किशोरावस्था एक संवेदनशील दौर होता है। जिसमें बच्चे आसानी से बाहरी प्रभावों के शिकार हो सकते हैं। हॉटस्पॉट्स क्षेत्र में टारगेट तय इस अभियान को सफल बनाने में सभी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

पामीर सिंह ने बताया कि देश में नशीली दवाओं की लत एक गंभीर चिंता का विषय बनती जा रही है, खासकर युवा पीढ़ी में, जिसके कारण न केवल नशीली दवाओं का सेवन करने वाले व्यक्ति पर बल्कि पूरे परिवार और समाज पर भी खतरनाक परिणाम सामने आ रहे हैं। नशीली दवाओं के दुरुपयोग के कारण अपराध दर में वृद्धि हुई है। इसके लिए अभिभावकों व समाज को सजग और सावधान रहने की आवश्यकता है।

प्रशिक्षण में नेशनल कैडेट कोर,नेहरू युवा केन्द्र,पटना के स्वयंसेवक एवं अन्य स्वयंसेवकों को मास्टर ट्रेनर मनोज कुमार सिंह ने नशे के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया और प्रशिक्षित किया। साथ हीं नशा मुक्ति शपथ एवं नशा मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए अपील किया गया।

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