सभी केंद्रीय वि वि के प्रवेश के लिए होगी एक ही परीक्षा, यूजीसी कर रहा तैयारी, एनटीए लेगा परीक्षा

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP), 2020 ने एनटीए के माध्यम से सभी विश्वविद्यालयों के लिए एक सीईटी का प्रस्ताव दिया था ताकि उच्च गुणवत्ता वाली सामान्य योग्यता परीक्षण की जा सके, जून जुलाई के महीने में हो सकती है परीक्षा

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ADITYA MISHRA:

केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और यूजीसी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक (UG) और स्नातकोत्तर (PG) पाठ्यक्रमों के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (Common Entrance Test CET) शैक्षणिक सत्र 2022-2023 से राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के माध्यम से आयोजित करने का निर्णय ले सकती है।

इस बावत राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP), 2020 ने एनटीए के माध्यम से सभी विश्वविद्यालयों के लिए एक प्रवेश परीक्षा का प्रस्ताव दिया था जो उच्च गुणवत्ता वाले सामान्य योग्यता परीक्षण के साथ-साथ विशेष सामान्य विषय परीक्षाओं की पेशकश करने के लिए एक प्रमुख, विशेषज्ञ, स्वायत्त परीक्षण संगठन के रूप में कार्य करेगा।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति'(NEP) ने देश के सभी विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए एक केंद्रीय परीक्षा का प्रस्ताव रखा था, जिससे बोर्ड परीक्षाओं पर निर्भरता कम हो गई। सीईटी से सभी छात्रों के लिए एक समान मंच प्रदान करने की भी उम्मीद है। वही अब शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से लागू होने की उम्मीद है, जो अगले वर्ष के छात्रों के लिए है।

यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को लिखे पत्र में कहा कि सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को शैक्षणिक सत्र 2022-2023 से सामान्य प्रवेश परीक्षा के लिए उचित उपाय करने की सलाह दी जाती है। ये परीक्षण न्यूनतम 13 भाषाओं (13 Languages) में आयोजित किए जाएंगे जिनमें एनटीए (NTA) पहले से ही जेईई(JEE) और नीट(NEET) परीक्षा आयोजित कर रहा है।

इस मामले को देखने और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए परीक्षा आयोजित करने के तौर-तरीकों का सुझाव देने के लिए एक समिति का गठन किया गया था। “समिति ने सीईटी आयोजित करने के विवरण में तौर-तरीकों के संबंध में कई दौर की चर्चा की। इसके बाद पैनल की सिफारिशों पर चर्चा के लिए 21 नवंबर को सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक की गई। शिक्षा मंत्रालय ने पहले घोषणा की थी कि विश्वविद्यालयों में प्रवेश 2021 शैक्षणिक सत्र से एक सामान्य प्रवेश परीक्षा के आधार पर होगा, लेकिन कोविड-19 द्वारा उत्पन्न चुनौतियों के कारण योजना को आगे नहीं बढ़ाया जा सका और जेएनयू दिल्ली विश्वविद्यालय काशी हिंदू विश्वविद्यालय आदि ने अपनी अलग प्रवेश परीक्षाएं लीं।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने यह भी कहा है कि PHD कार्यक्रम में प्रवेश के लिए जहां भी संभव होगा, नेट (NET) स्कोर का उपयोग किया जाएगा।

इससे पहले भी Central Universities Combined Entrance Test (CUCET) का होता रहा है आयोजन

इससे पहले भी CUCET का आयोजन केवल कुछ केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए हुआ था। वही डीयू, जेएनयू, का टेस्ट NTA से लिया गया था। लेकिन इस बार CUCET देश की सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी जैसे जेएनयू,डीयू,बीएचयू के साथ अन्य सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी को शामिल करेगी। टेस्ट विभीन्न भाषाओं अंग्रेजी, हिंदी, गुजराती, मराठी, तमिल, उर्दू के साथ 13 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में होगा। CUCET का आयोजन जून-जुलाई में होगा। टेस्ट के पैटर्न में किसी की बोर्ड के छात्रों को परेशानी न हो इसलिए टेस्ट का पैटर्न तैयार करने लिए विभिन्न राज्यों और बोर्ड के 12वीं के मौजूदा सिलेबस का अध्ययन भी किया जा रहा है।
प्रवेश परिक्षा के लिए इसका भी ख्याल रखा जाएगा नई शिक्षा नीति 2020 को लागू कर दिया गया है। अलग-अलग यूनिवर्सिटी में High Cut-off से सत्र 2022 में निजात मिलने की संभावना है।

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