आदिवासियों को दिया जंगल का मालिकाना हक़
मुख्य्मंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रशंशा में अमित शाह ने कहा, जनजातीय भाई-बहनों का कल्याण नहीं होगा तब तक प्रदेश का भी कल्याण संभव नहीं है। शिवराज जी का यह प्रयास प्रदेष को नई दिशा देगा
Aditya Mishra:
भोपाल के जंबूरी मैदान में तेंदूपत्ता संग्राहक सम्मेलन में केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ की, आदिवासियों से जुड़े इस कार्यक्रम में गृहमंत्री ने अदियासियों को कई तोहफे भी दिए।
मामा ने आदिवासियों को दिया जंगल का मालिकाना हक़
कार्यक्रम के मंच से आदिवासियों को “भाई – बहन” से संबोधित करते हुए गृहमंत्री ने कहा, ‘देश में ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली सरकार ने आदिवासियों को जंगल का मालिकाना हक दिया हो। शिवराज का यह कदम अनुकरणीय है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी की जो विचारधारा है गरीब को “गरीब का अधिकार” मिले, उन सपनों को मुख्यमंत्री चौहान साकार करने का काम कर रहे हैं।’
कार्यक्रम से जुड़ी बड़ी बातें
१. इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मध्य प्रदेश के 28 वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में बदलने की प्रक्रिया का भी शुभारंभ किया।
२. अमित शाह और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वन समितियों के हितग्राहियों को तेंदूपत्ता लाभांश का वितरण भी किया।
३. अपने भाषण में गृहमंत्री ने कहा कि 827 वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में परिवर्तित करना मध्य प्रदेश सरकार का एक बड़ा कदम है।
४. मध्य प्रदेश की 21 फीसदी अनुसूचित जनजाति की आबादी वनों से जुड़ी हुई है। इसीलिए जब तक जनजातीय भाई-बहनों का कल्याण नहीं होगा तब तक प्रदेश का भी कल्याण संभव नहीं है।
५. कार्यक्रम में कई बड़ी हस्तीयों का जमावड़ा था जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया,मध्यप्रदेश सरकार के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा,साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर,बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय आदि मौजूद थे।