योगी आदित्यनाथ के ऑफिस का ट्वीटर अकाउंट हुआ हैक, हैकरों ने की ये अजीब हरकत
इसके पहले पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी और इस साल बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा का ट्वीटर भी हैक हुआ था। हैकरों ने रूस-यूक्रेन, बिटकॉइन और क्रिप्टो currency से संबंधित कई ट्वीट भी किए थे।
ADITYA MISHRA:
शनिवार देर रात हैकरों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऑफिस का टि्वटर अकाउंट @CMOfficeUP को हैक कर लिया।
#UPDATE | Uttar Pradesh Chief Minister Office's Twitter account restored after it was briefly hacked. pic.twitter.com/xmnLgOXRvF
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 9, 2022
इसके बाद हैकरों ने सबसे पहले उसकी तस्वीर बदली फिर हजारों लोगों को टैग करते हुए सैकड़ों ट्वीट भी किए।
हालांकि कुछ देर बाद अकाउंट में फिर से सीएम योगी आदित्यनाथ की फोटो आ गई। फिलहाल एकाउंट को रिकवर कर लिया गया है और हैकर्स द्वारा लिए गए सभी ट्वीट्स को हटा दिया गया है।
https://twitter.com/CMOfficeUP?t=Q8stRUNPMxF9ocGYqwCLoQ&s=08
इससे पहले प्रधानमंत्री का ट्वीटर अकाउंट हो चुका है हैक
किसी बड़े नेता के ट्विटर अकांउट के हैक होने का ये पहला मामला नहीं है, इससे पहले पिछले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर अकांउट भी हैक कर लिया गया था और उससे बिटक्वाइन (bitcoin) के संबंध में ट्वीट्स किए गए थे। इनके अलावा कुछ सरकारी विभागों के ट्विटर हैंडल को भी हैक किए जाने की खबरें लगातर आती रही है।
इससे पहले इसी साल फरवरी महीने में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा का ट्विटर अकाउंट हैक हो गया था और उससे यूक्रेन संकट तथा क्रिप्टो करेंटी (Crypto currency) के मुद्दे पर कई ट्वीट किए गए थे। नड्डा के अकाउंट से एक ट्वीट में यूक्रेन की मदद के वास्ते दान करने की अपील की गई थी, तो वहीं दूसरे ट्वीट में रूस की मदद का अनुरोध किया गया था। ट्वीट में कहा गया कि अब क्रिप्टो करेंसी में दान स्वीकार किया जा रहा है।
वहीं इसी महीने भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने यूट्यूब (YouTube) के 22 समाचार चैनलों को बंद करने का निर्देश दिया था, इनमें चार ऐसे चैनल थे जो पाकिस्तान से संचालित हो रहे थे। ये सभी चैनल राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेशी संबंध और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित खबरें प्रकाशित और प्रसारित कर देश के सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे थे। मंत्रालय ने कहा कि पिछले साल फरवरी में सूचना प्रौद्योगिकी नियमावली 2021 की अधिसूचना जारी होने के बाद यूट्यूब आधारित भारतीय चैनलों के खिलाफ इस प्रकार की कार्रवाई पहली बार की गई है।