केजरीवाल ने ऐसा क्या कह दिया “काश्मीर फाइल्स” के बारे में जिससे मच गया है घमासान

केजरीवाल ने कहा "मेरा मानना है कि इसे यूट्यूब पर अपलोड कर दें, फिल्म सब के लिए नि:शुल्क हो जाएगी और हर कोई इसे देख पाएगा।"

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ADITYA MISHRA
Delhi

दिल्ली के मुख्य्मंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में अपने अभिभाषण के दौरान बीजेपी विधायकों द्वारा कश्मीर फाइल्स फिल्म को करमुक्त (Tax free in Delhi) कराने की मांग पर कहा कि एक झूठी फिल्म के प्रचार में प्रधानमन्त्री तक लगे हैं। वो देश के लिए कुछ करने आए थे अब एक झुठी फिल्म का प्रमोशन कर रहें है।

केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि आठ साल तक देश पर शासन करने के बावजूद उन्हें राजनीतिक लाभ के लिए फिल्म का सहारा लेना पड़ रहा है। उनका ऐसा करता देख मुझे अच्छा नहीं लगता है। इस अच्छे प्रधानमंत्री से हम ऐसी राजनीति की उम्मीद नहीं कर सकते।

साथ ही कहा कि बीजेपी विधायक टैक्स फ्री करने बात कर रहे हैं, मैं कहता हूं आप इसे यूटयूब पर अपलोड कर दो यह सबके लिए फ्री हो जाएगा। केजरीवाल ने कहा “मेरा मानना है कि इसे यूट्यूब पर अपलोड कर दें, फिल्म सब के लिए नि:शुल्क हो जाएगी और हर कोई इसे देख पाएगा।”

अपने अभिभाषण में केजरीवाल ने भाजपा के लोगों से कहा कि
आंखें खोलो, भाजपा छोड़ो और आप में शामिल हो जाओ
उन्होंने (Narendra Modi) आपको क्या दिया? केजरीवाल ने आपके लिए काम किया है। अगर आपके परिवार में कोई बीमार है तो केजरीवाल आपको दवाई देते हैं, मोदी नहीं। आंखें खोलो, भाजपा छोड़ो और आप में शामिल हो जाओ।’

भारतीय जनता पार्टी के विधायकों की मांग पर केजरीवाल की टिप्पणी पर भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल की प्रतिक्रिया ने कश्मीरी पंडितों के दर्द के प्रति उनकी असंवेदनशीलता को प्रदर्शित किया है। उन्होंने कहा, ‘ ‘आप’ ने पहले कश्मीरी अलगाववादियों के जनमत संग्रह की मांग का समर्थन किया था। ऐसे में अब, ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म की उनसे (केजरीवाल से) सराहना की उम्मीद नहीं की जा सकती है।’

आदेश गुप्ता ने पलटवार करते हुए कहा कि केजरीवाल ने इस मुद्दे पर अपनी टिप्पणी से राजनीतिक शालीनता की सारी हदें पार कर दी हैं। आतंकवाद के कारण कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित फिल्म ने राजनीतिक बहस छेड़ दी है।

गौरतलब हो की बीजेपी ने अपने शासित राज्यो में फिल्म को या तो करमुक्त कर दिया है या कुछ रियायतें दी हैं, तो कहीं कहीं कर्मचारियों को यह फ़िल्म देखने के लिए छुट्टी भी दी है। जबकि विपक्ष ने फिल्म को एकतरफा और बेहद हिंसक करार दिया है।

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