रूस- युक्रेन विवाद: जर्मन राजदूत ने भारत के रुख की सराहना की कहा, भारत की राजनयिक सेवा जबरदस्त

यह भी कहा की भारत को पता है इस तरह के मामले में क्या करना चाहिए। लेकिन रूस के खिलाफ़ सब को एकजुट होना चाहिए क्योंकि यह एक वैश्विक समस्या का मुद्दा है।

222

Delhi, ADITYA MISHRA:
रूस-यूक्रेन संकट को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के रुख को लेकर भारत में जर्मनी के राजदूत (German Ambassador to INDIA) वाल्टर जे लिंडनर (Walter J.Lindner) ने रविवार को भारत की राजनयिक सेवा की सराहना की और कहा कि उन्हें (India) पता है कि क्या क्या करना उचित है।

लिंडनर ने कहा कि वैश्विक व्यवस्था को देखते हुए भारत के राजनयिक इस बात को अच्छी तरह से समझते हैं कि रूस युक्रेन युद्व के मुद्दे पर भारत का रुख कैसा होना चाहिए।

एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक संकट में बदल चुके इस मामले पर भारत के रुख को यूरोपीय संघ (European Union, EU) किस तरह देखता है, इसे लेकर उन्होंने कहा कि ‘भारत की राजनयिक सेवा बेहतरीन है, उन्हें पता है कि क्या करना है। यह यूक्रेन (Ukraine) या (Europian Union) या नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन, NATO) के बारे में नहीं है। यह वर्तमान विश्व के व्यवस्था के बारे में है। पूरी दुनिया को इसके खिलाफ एक साथ खड़े होना होगा।’

बुधवार को यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई के विरोध में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में रूस के खिलाफ़ एक प्रस्ताव पर मतदान हुआ था। भारत समेत 34 देशों ने इस दौरान मतदान नहीं करने का फ़ैसला किया था। वहीं, इससे पहले यूएनजीए में यूक्रेन संकट पर विशेष आपातकालीन सत्र का आयोजन करने के लिए प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भी रूस के खिलाफ किए गए मतदान में भी भारत ने वोटिंग से दूरी बनाए रखी थी।

Leave A Reply

Your email address will not be published.