युवा देश के संसद में युवा ही नदारद
युवा भारत अभियान" राजनीति में युवाओं की अधिक से अधिक हिस्सेदारी की दिशा में कार्य करता है। और आने वाले दिनों में होने वाले राज्यसभा चुनावों में यूवाओं की भागीदारी बढ़ाने हेतु युवाओं को जोड़ने के आभियान पर काम कर रहा है।
ADITYA MISHRA: वर्तमान में भारत विश्व का सबसे युवा देश है। भारतीए युवा हर क्षेत्र में अपनी मेहनत और काबिलियत के बल पर बडे़ बढ़े मुकाम हासिल कर रहें है। इनोवेशन, इन्वेंशन, रिसर्च, मैन्युफैक्चरिंग, सर्विस सहित किसी भी सेक्टर में नज़र दौड़ाने से पता चल जाएगा कि देश की यूथ हर जगह अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहा है।
लेकिन जब नज़र संसद की ओर जाता है तो पता चलता है कि देश की संसद में युवा सफ़ेद चावलों के बीच कंकड़ के समान नज़र आ रहे हैं। मतलब युवा देश की संसद से युवा ही गायब है।
इस ध्यान न आने वाले सच पर आंकड़ों से नज़र डालेंगे तो पाएंगे कि 16वीं लोकसभा में 543 में से केवल 70 सांसद ही 40 वर्ष से कम आयु के थे। मतलब केवल 12.89 % और बाकी 87% सांसद 40 वर्ष से अधिक के थे जबकि भारत की 77% आबादी 40 से कम की है। आसान भाषा में, 77% युवा जनसंख्या का संसद में 13% लोग प्रतिनिधित्व कर रहे थे वहीं 23% जनसंख्या का संसद में 87% प्रतिनिधित्व है।
युवाओं के राजनितिक समझ और उसके विचारों पर असहमति से बात करने वाले लोगों को यह आंकड़ा जरूर देखना चाहिए कि 16 वीं लोकसभा में 46% प्रश्न युवा सांसदों ने ही उठाए थे।
इसलिए युवाओं के हितों के लिए कई संस्थाएं आभियान पर काम कर रही है। इन्हीं में से एक “युवा भारत अभियान” राजनीति में युवाओं की अधिक से अधिक हिस्सेदारी की दिशा में कार्य करता है। इसी क्रम में आगामी 23 मार्च से एक देशव्यापी अभियान की शुरुआत होने जा रही है, जिसका उद्देश्य राज्यसभा के 72 सीटों के होने वाले चुनाव में युवाओं की अधिक से अधिक भागीदारी को सुनिश्चित कराना है।, ताकि अधिक से अधिक युवा राज्यसभा में आकर राष्ट्र के निर्माण में अपना सहयोग दे सके।